पारंपरिक खेती-किसानी में लगातार होते नुकसान की वजह से किसान खेती के अन्य विकल्पों की तरफ रुख कर रहे हैं. इसी कड़ी में विशेषज्ञों द्वाराकिसानों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेड़ लगाने की सलाह भी दीजाती है. किसानों के बीच सागवान के पेड़ों की खेती भी काफी लोकप्रिय है. इसके पेड़ों को लगाने से किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकता है.सागवान की लकड़ियांबेहद मजबूत होती हैं. इसका इस्तेमालप्लाईवुड,एकएकड़खेतमेंपेड़लगाकरकमाएंबढ़ियामुनाफाऐसेकरोड़पतिबनसकतेहैंकिसान जहाज़, रेल के डिब्बे औरफर्नीचरबनाने में किया जाता है. बता दें किसागवान कीछाल और पत्तियों में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं. इनका इस्तेमाल कई तरह की शक्तिवर्धक दवाओं को बनाने में भी किया जाता है.सागवान की लकड़ीकी सबसे खास बात है कि इसमें दीमक नहीं लगता है. यही वजह है किये लंबे समय तक टिकी रहती है. हालांकि, ठंडे स्थानों पर इस पेड़ का विकास काफी प्रभावित होता है. इस वजह से पहाड़ी स्थानों पर इसकी खेती करने की सलाह नहीं दी जातीहै.सागवान की खेती में कमाई बहुत अधिक होती है. हालांकि, ये प्रकिया काफी लंबी है. 8 से 10 वर्षों में इसकी कटाई की जाती है. ऐसे में किसान सहफसली तकनीक से खेती कर सकते है. सागवान के पेड़ों के बीच किसानसब्जियों और फूलों की भी खेती कर डबल मुनाफा कमा सकते हैं.सागवान के पेड़ की कीमत की बात करें तो तैयार होने के बाद प्रति पेड़ लम्बाई और मोटाई के हिसाब से 25 हजार से 40 हजार रुपये तक बिकती है. विशेषज्ञों के अनुसार, अगर किसान एक एकड़ खेत में सागवान की खेती करते हैं तो लगभग 120सागवान के पौधे लगते हैं. जब ये पौधे कटाई के लिए तैयार होते हैं तो इससे जो कमाई होती है वह करोड़ों में पहुंच जाती है.